जानें मेडिक्लेम और हेल्थ इंश्योरेंस के बीच अंतर, जो इंश्योरेंस कंपनी आपको नहीं बताती
हॉस्पिटल के खर्चों के अलावा बीमारी से जुड़ी सभी तरह के खर्चे होते हैं. जैसे- OPD का खर्चा, हर दिन देखभाल में लगने वाला खर्चा, दवाई का खर्चा और एंबुलेंस का खर्चा. ऐसे में आपको कौन सा इंश्योरेंस प्लान चुनना चाहिए है ये बहुत जरूरी है.
Health Insurance vs Mediclaim: ज्यादातर लोग मेडिक्लेम पॉलिसी और हेल्थ इंश्योरेंस को एक ही समझते हैं. जबकि, दोनों में कई फर्क हैं. दिक्कत तब आती है जब आप सारे खर्चों का बिल लेकर पैसा क्लेम करने जाते हैं. वहां जाकर पता चलता है कि उन्होंने तो मेडिक्लेम खरीदा था और उन्हें सिर्फ हॉस्पिटल में भर्ती के दौरान हुआ खर्चा वापस मिलेगा. इसलिए पॉलिसी खरीदते वक्त चौकन्ना रहना जरूरी होता है.
मेडिक्लेम क्या है?
मेडिक्लेम पॉलिसी एक ऐसी स्वास्थ्य पॉलिसी है जो किसी भी हेल्थ इमरजेंसी में आपके मेडिकल खर्चों को उठाती है. इसमें बीमा कंपनी दुर्घटना या बीमारी होने पर अस्पताल भर्ती में होने वाले इन पेशेंट कवर, डे केयर इलाज आदि का खर्चा उठाती है. यह हॉस्पिटलाइज़ेशन के दौरान किसी भी बीमारी के इलाज पर होने वाले खर्चों के साथ आपके हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों को कवर करता है. अगर आपके पास ये मेडिक्लेम है, तो आप खर्चों का पेमेंट करने के लिए बीमा कंपनी को अपने बिल जमा कर सकते हैं, या मेडिक्लेम पॉलिसी में आप कैशलेस के ऑप्शन चुन सकते हैं जो बीमा कंपनी और अस्पताल स्टाफ को बिल पेमेंट करने के लिए जिम्मेदार बनाता है.
हेल्थ इंश्योरेंस क्या है?
हेल्थ इंश्योरेंस में मेडिकल और सर्जिकल दोनों को कवर किया जाता है. इसके साथ ही हेल्थ इंश्योरेंस में कैशलैस इलाज की भी सुविधा मिलती है. बीमार होने के दौरान अस्पताल में भर्ती होने और दवाइयों पर होने वाला खर्च आपको अपनी जेब से नहीं करना होगा. यह पूरा खर्चा आपकी पॉलिसी के हिसाब से इंश्योरेंस कंपनी उठाएगी. ये दरअसल इंश्योरेंस कंपनी की ओर से एक गारंटी होती है उस भारी-भरकम खर्च को उठाने की जो पॉलिसीहोल्डर के बीमार होने या फिर किसी दुर्घटना होने अस्पताल में भर्ती होने पर होता है.
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मेडिक्लेम और हेल्थ इंश्योरेंस के बीच का अंतर
1. अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद का खर्च:
मेडिक्लेम पॉलिसी अस्पताल में भर्ती होने तक सभी कोस्ट को सख्ती से कवर करती है. ये पॉलिसी किसी विशेष बीमारी का इलाज एक लिमिट तक पूरा करती है. दूसरी ओर, हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लगभग सभी बीमीरियों के इलाज का खर्चा उठाती है. इसमें अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के कई दिनों के खर्च शामिल हैं, जैसे डायग्नोसिस, डॉक्टर कंसलटेशन फीस आदि. जबकि मेडिक्लेम में अन्य खर्चों को कवर नहीं किया जाता है.
2. बीमारी के लिए ऑन या कवर करवाना
मेडिकल इंश्योरेंस में पॉलिसी होल्डर्स अपनी जरूरत के हिसाब से किसी खास बीमारी के लिए अलग से ऐड ऑन या कवर जुड़वा सकते हैं. मिसाल के तौर पर किसी गंभीर बीमारी के लिए, प्रेग्नेंसी के लिए, कैंसर के लिए. वहीं, मेडिक्लेम में अलग से ऐसा कोई कवर नहीं जुड़वा सकते हैं.
3. इंश्योरेंस लिमिट
मेडिक्लेम में हॉस्पिटलाइज़ेशन का खर्चा 5 लाख से ज्यादा नहीं हो सकता है और इसके इलाज के खर्चे लिमिटेड होते हैं. जबकि हेल्थ इंश्योरेंस का कवरेज उम्र, जगह और घर के सदस्यों की संख्या पर निर्भर करता है.
4. प्रीमियम
अगर कम प्रीमियम देना चाहते हैं, या कम समय के लिए हेल्थ प्लान लेना चाहते हैं या फिर इमरजेंसी केस के लिए हेल्थ प्लान की जरूरत लग रही है तो इसके लिए मेडिक्लेम अच्छा ऑप्शन है. क्योंकि हेल्थ इंश्योरेंस आपको ज्यादा सर्विसेज देता है इसलिए इसके प्रीमियम महंगे होते हैं.
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05:51 PM IST